*गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र में शासन के आदेशों की उड़ रही धज्जियां*

*गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र में शासन के आदेशों की उड़ रही धज्जियां*

 

*सेक्रेटरी की लापरवाही से राशन से वंचित हो रहे गरीब*

 

*ग्राम सभा जंगल सिकरी उर्फ खोराबार का मामला*

 

*अबतक गरीबों के राशनकार्ड पर हस्ताक्षर नहीं कर पाये सेक्रेटरी*

 

*कार्यवाही न होने पर मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे क्षेत्रवासी*

 

   गोरखपुर। कोरोना वायरस के खतरों से निपटने के लिए 3 मई तक देशभर में पूरी तरह से लॉकडाउन है. ऐसे में आर्थिक और व्यावसायिक गतिविधियां ठप हो गई हैं, जिससे गरीबों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लॉकडाउन से प्रभावित ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के मजदूरों और गरीबों के लिए मुफ्त राशन वितरण शुरू करने की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि किसी के पास राशन कार्ड हो या ना हो, आधार कार्ड हो या ना हो, वह शहर का नागरिक हो अथवा गांव का, अगर वह ज़रूरतमंद है तो उसे आनाज अवश्य मिले।लेकिन _*गोरखपुर जनपद के ग्राम सभा जंगल सिकरी उर्फ़ खोराबार*_ में सैकड़ो गरीब ऐसे है जिनका राशन कार्ड बना, उन्हें मिला भी लेकिन बाद में उसे कैंसिल कर दिया गया, आज की स्थिति में पुनः राशन कार्ड बनवाने हेतु फर्मो को भरा गया है लेकिन _*गाँव के सेक्रेटरी राम गोपाल तिवारी के पास फुर्सत नहीं की उस फार्म पर हस्ताक्षर कर उसे आगे सम्बंधित विभाग में भेज कर* उन गरीबों का राशन कार्ड बनवा कर उपलब्ध कराये, ऐसे में गरीबों को राशन कार्ड मिलना तो दूर गाँव के सेक्रेटरी के द्वारा राशन भी मिलना मुश्किल दिखाई दे रहा है।ऐसे में यदि गरीब भूखे रह जाते है तब यह विकास का अमानवीय और क्रूर चेहरा बन कर रह जायेगा,क्योंकि एक बड़ा तबका भूखा सोये और उनकी तादाद लगातार बढ़ती ही जाए, तो तंत्र की ख़ामियों की वजह से हमें उपलब्धियां पर गर्व होने के बजाय शर्मिंदगी होने लगती है।