कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति के खांसने, छींकने या जोर से हंसने के दौरान उनके मुंह से निकले ड्रॉपलेट्स से अन्य लोगों को संक्रमण फैल सकता है। ये ड्रॉपलेट्स अगर हवा में रहें तो उसके संपर्क में आने से भी संक्रमण हो सकता है। संक्रमण के इन तरीकों से बचने के लिए मास्क जरूरी होता है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हर किसी को मास्क पहनना जरूरी नहीं बताया है, लेकिन चिकित्सा सेवा में लगे लोगों, भीड़भाड़ वाली जगहों, सार्वजनिक परिवहन या फिर घनी आबादी वाले क्षेत्रों में मास्क पहनना संक्रमण से बचाव का बेहतर उपाय है। बाजार में मास्क की कमी या अधिक दाम में बेचे जाने की रिपोर्टों के बीच सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय की ओर से मंगलवार को घर पर तैयार होने वाले मास्क के संबंध में एक विस्तृत मैनुअल जारी किया गया है और इसे 70 फीसदी प्रभावी बताया गया है।
घर पर तैयार मास्क भी 70 फीसदी कारगर, मैनुअल में बताया- बनाते समय किन बातों का रखें ध्यान