कोरोना: भारत में दवा बनाने की मंजूरी, इस कंपनी को मिला पहला लाइसेंस


दवा नियामक डीसीजीआई से कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की मंजूरी मिलने के बाद स्विस फर्म रोशे डायग्नोस्टिक्स इंडिया देश में इस संक्रमण की जांच करने वाली पहली निजी अधिकारियों ने बताया कि दो भारतीय डायग्नोस्टिक कंपनियों त्रिवित्रोन हेल्थकेयर और माय लैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस ने उनके द्वारा विकसित कोरोना वायरस संक्रमण जांच किट को मंजूरी देने का अनुरोध डीसीजीआई से किया है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 की जांच के इच्छुक निजी क्षेत्र के डायग्नोस्टिक केंद्रों के लिए मंगलवार को दिशा-निर्देश जारी किए और उनसे यह जांच मुफ्त करने का अनुरोध किया।फर्म बन गई है। सरकार ने हाल ही में निजी डायग्नोस्टिक केंद्रों को भी जांच करने की अनुमति देने की बात कही थी।एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, भारत का औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) फिलहाल एक अन्य निजी डायग्नोस्टिक फर्म ‘बायोम्रीक्स’ को भी लाइसेंस देने पर विचार कर रहा है। इस फर्म ने कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करने की अनुमति मांगी है। अधिकारियों की मंजूरी मिलने में सात दिन लगेंगे। एक बार अनुमोदित होने के बाद वह कोविड19 की पुष्टिकरण वाले परीक्षण कर सकेगी।