हैदराबाद: लॉकडाउन तोड़ने वालों की खैर नहीं, 991 लोगों के पासपोर्ट जब्त






रूस का उदाहरण देते हुए केसीआर ने लोगों को सख्त लहजे में चेतावनी दी कि लॉकडाउन तोड़ने वाले लोग तय करें कि उन्हें 5 दिन घर में रहना है या 5 साल जेल में.






 



  • 1771 लोगों को उनके घर में ही क्वारनटीन किया गया

  • प्रवासी मजदूरों को 500 रुपये और 12 किलो चावल


हैदराबाद में कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है. रचकोंडा कमिश्नर के मुताबिक, अब तक 991 लोगों के पासपोर्ट जब्त किए गए हैं और इन सभी पासपोर्ट को जिला प्राधिकरण को सौंप दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस के 2094 संदिग्ध लोगों पर नजर है, जिनमें 1834 लोगों को 28 मार्च को चिन्हित किया गया है. इन कुल लोगों में 3 के टेस्ट पॉजिटिव आए हैं, जबकि 1771 लोगों को उनके घर में ही क्वारनटीन किया गया है.


तेलंगाना की सरकार क्वारनटीन के दिशा-निर्देशों को लेकर काफी सख्त है. लॉकडाउन तोड़ने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है. मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने तो यहां तक ऐलान किया है कि जो लोग दिशा-निर्देशों की धज्जियां उड़ाते देखे जाएंगे, उन्हें देखते ही गोली मारी जा सकती है. मुख्यमंत्री ने सड़कों पर सेना की भी तैनाती कराई है ताकि लोग लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कर सकें. इसके बाद प्रशासन ने उन लोगों के पासपोर्ट जमा कराने शुरू कर दिए हैं जो विदेश से लौटे हैं. इन लोगों को घर में ही रहने को कहा गया है अन्यथा कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.


मुख्यमंत्री केसीआर ने अपने अधिकारियों को आदेश दिया है कि जिन्हें घर में आइसोलेशन में रखा जाना है, उनके पासपोर्ट ले लिए जाएं और जरूरी पड़े या नियमों की अवहेलना हो तो उनके पासपोर्ट रद्द भी किए जाएं. रूस का उदाहरण देते हुए केसीआर ने लोगों को सख्त लहजे में चेतावनी दी कि लॉकडाउन तोड़ने वाले लोग तय करें कि उन्हें 5 दिन घर में रहना है या 5 साल जेल में.





सख्ती बरतने के साथ मुख्यमंत्री केसीआर ने प्रवासी लोगों के लिए मदद का भी ऐलान किया है. रविवार को उन्होंने कहा कि प्रवासियों को उनके घर जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार उनकी मदद को तैयार है. सरकार प्रवासियों को 500 रुपये और 12 किलो चावल या आटा देगी. मुख्यमंत्री राव ने एक संदेश में कहा, दूसरे राज्यों के जितने प्रवासी हैं, हम उनके साथ अपने परिवार की तरह बर्ताव करेंगे. हम उनके साथ अपने बच्चों की तरह पेश आएंगे. वे तेलंगाना के विकास में सहभागी है. प्रवासियों की अधिसंख्य आबादी रंगारेड्डी, मेडचल और हैदराबाद में है. सभी प्रवासियों को प्रति व्यक्ति 500 रुपये और 12 किलो चावल या आटा दिया जाएगा. इसका आदेश कलेक्टर को जारी भी कर दिया गया है.