जंगल कौड़िया से जगदीशपुर तक करीब 32 किमी लंबे फोरलेन के निर्माण पर करीब 1277 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सीएम की पहल पर एनएचएआई ने डीपीआर तैयार कर लिया है। प्रदेश सरकार औपचारिकता पूरी करने बाद इसे केन्द्र सरकार को मंजूरी के लिए भेजेगी। 32 किमी फोरलेन निर्माण से गोरखपुर शहर के चारों तरफ 88 किमी रिंग रोड तैयार हो जाएगा।
शहर में जाम की समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों अफसरों को रिंग रोड तैयार करने का निर्देश दिया था। भारी वाहन शहर में प्रवेश न करें, इसके लिए रिंग रोड की जरूरत को देखते हुए जगदीशपुर से कालेसर तक फोरलेन निर्माण को लेकर डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर लिया है। करीब 32 किमी लंबे फोरलेन पर 1277 करोड़ रुपये खर्च होंगे। करीब 650 करोड़ रुपये जमीन के अधिग्रहण पर खर्च होंगे।
दो बड़े पुल और एक ओवरब्रिज का होगा निर्माण : डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक 32 किमी लंबे फोरलेन पर एक ओवरब्रिज और दो बड़े पुल का निर्माण होगा। रोहिन और महेसरा ताल पर दो पुल का निर्माण होगा। वहीं गोरखपुर से पिपराइच रेलखंड पर एक ओवरब्रिज बनेगा। इसके साथ ही नौ छोटे पुल का निर्माण किया जाएगा। फोरलेन पर 17 स्थान पर अंडरपास का निर्माण होगा।
88 किमी लंबा होगा रिंग रोड
गोरखपुर-लखनऊ मार्ग पर कालेसर से लेकर जगदीशपुर तक 37 किमी फोर लेन बन चुका है। वहीं कालेसर से जंगल कौड़िया तक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण 537 करोड़ रुपये की लागत से 17.66 किमी बाईपास का निर्माण करा रहा है। अब जंगल कौड़िया से लेकर जगदीशपुर तक 32 किमी फोरलेन बनने के साथ ही गोरखपुर का करीब 88 किमी लंबा रिंग रोड साकार हो जाएगा।
जंगल कौड़िया से जगदीशपुर तक करीब 32 किमी लंबे फोरलेन को लेकर प्रारंभिक डीपीआर एनएचएआई ने तैयार किया है। इसपर 1277 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बजट को लेकर जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
एमपी चौरसिया, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी